उत्तराखंड में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से तबाही मची है। मानसूनी बरसात के बाद गंगा, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर आदि नदियां ऊफना गईं हैं। ॉबारिश के चलते रुद्रप्रयाग में अलकनंदा व मंदाकिनी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। प्रशासन ने रुद्रप्रयाग व श्रीनगर में नदी किनारे रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए अलर्ट किया। ऋषिकेश में भी गंगा का जलस्तर बढ़ने से सतर्कता बरती जा रही है। प्रदेशभर में लगातार हो रही बारिश के बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। नदियों के उफान पर आने से बाढ़ जैसे हालात हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, मौसम विभाग ने भी अगले 72 घंटों तक नैनीताल, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ आदि जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं, ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे समेत कई संपर्क मार्गों पर आवाजाही बाधित रही। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर तोता घाटी के पास करीब सुबह साढ़े 11 बजे अचानक पहाड़ी से मलबा आ गिरा। पुलिस ने देवप्रयाग से ऋषिकेश की ओर जाने वाले वाहनों को चाका-गजा-खाड़ी सड़क से होते श्रीनगर के लिए डायवर्ट कर दिया। श्रीनगर की ओर से आने वाले वाहनों को मलेथा होकर ऋषिकेश की ओर भेजा जा रहा है। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा और सम्राट होटल के बीच में पहाड़ी से पत्थर एवं मलबा गिरने का सिलसिला जारी है। वाहनों को तिलवाड़ा घनसाली टिहरी होते हुए भेजा गया।
नदी किनारे रहने वालों को किया अलर्ट
शुक्रवार को लगातार हो रही बारिश के चलते रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। साय 5 बजे बाद नदियों के जलस्तर में और भी इजाफा हुआ, जिसके बाद प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए अलर्ट किया। शुक्रवार सुबह से ही जिले में मूसलाधार बारिश शुरू हुई जो देर शाम तक जारी रही। इस दौरान अनेक जगहों पर जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ गधेरे भी उफान पर आए और अलकनंदा और मंदाकिनी के जलस्तर में भी इजाफा हुआ। अलकनंदा का जलस्तर 627 मीटर के ऊपर पहुंचा जबकि मंदाकिनी का जलस्तर भी 626 मीटर पर रहा। प्रशासन द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए अलग से किया जा रहा है। श्रीनगर: सारे घाट जलमग्न
लगातार हो रही बारिश के कारण श्रीनगर में अलकनंदा नदी का जल स्तर बढ़ गया। जिससे नदी किनारे के सारे घाट जल मग्न हो गए। जिस पर प्रशासन ने नगर पालिका के माध्यम से नदी किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी करा दिया। एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि नदी का जल स्तर अलर्ट लेबल से ऊपर चला गया है। बारिश से पिंडर नदी में भी बढ़ा पानी
पिंडर घाटी में गुरुवार की देर रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश शुक्रवार की दोपहर तक भी जारी है। इस बीच कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर मलबा,पत्थरों एवं बोल्डरों के आने के कारण यातायात के लिए बंद हो गया हैं। इसके साथ ही घाटी की अन्य सभी राज्य,जिला एवं ग्रामीण मोटर सड़क भी यातायात के लिए भू-धंसाव, भूस्खलन के कारण बंद पड़े हुए हैं। इस बीच क्षेत्र में बहने वाली प्रमुख नदियां पिंडर, कैल एवं प्राणमती नदियों में तेजी के साथ जलस्तर बढ़ता जा रहा हैं। मानसून के इस सीजन में पहली बार पिछले 24 घंटों से भी अधिक समय से लगातार मूसलाधार बारिश जारी रहने से पिंडर घाटी के थराली, देवाल एवं नारायणबगड़ विकासखंडों का सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।उत्तरकाशी: सड़कों पर बहा बारिश का पानी
जिले में गत गुरुवार सांय से बारिश का सिलसिला जारी है। जिससे स्थानीय लोगों का जनजीवन एक बार फिर अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं निरंतर हो रही बारिश से जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह जलभराव की स्थिति बनी हुई है। जिले में गत शुक्रवार सांय को मौसम ने अचानक करवट बदली और सांय को मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। निरंतर हो रही बारिश से नदी नाले ऊफान पर आ गए। वहीं सड़कों पर नालियां ओवरफ्लो हो गई और गंदा पानी सड़कों पर बहने लगा। कई जगह तो सड़कें तालाब बन गई।
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