मुख्यमंत्री श्री चौहान आज करेंगे काटजू अस्पताल का लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार 2 जुलाई को भोपाल में नवनिर्मित डॉ कैलाश नाथ काटजू शासकीय सिविल अस्पताल का लोकार्पण करेंगे।


कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने बताया कि मुख्यमंत्री नवनिर्मित इस अस्पताल में 200 बिस्तरों के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का लोकार्पण दोपहर 12 बजे करेंगे। इस अस्पताल का संचालन केयर इंडिया के सहयोग से जाएगा।

उल्लेखनीय है कि डॉ. कैलाश नाथ काटजू सिविल अस्पताल कुल 6 हजार वर्ग मीटर भूमि पर निर्मित हुआ है। अस्पताल भवन में आधारतल, भू-तल सहित कुल पाँच तल निर्मित है, जिसका निर्माण क्षेत्र 15 हजार 920 वर्ग मीटर है। इस भवन को पूर्ण होने में लगभग 3 वर्ष की अवधि लगी है। भवन की निर्माण एजेंसी लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की भवन शाखा है। भवन के द्वितीय तल पर 50 बिस्तरीय आई.सी.यू. तैयार किया गया है, तृतीय एवं चतुर्थ तल पर कुल 150 बिस्तर के वार्ड तैयार किये गये हैं।  

 डॉ. काटजू सिविल अस्पताल के भवन निर्माण की लागत राशि रुपयें 30.36 करोड़ है। संस्था में 50 आई.सी.यू. एवं 150 ऑक्सीजन बेड्स उपलब्ध है जिनके उपकरण,औषधी और अन्य सामग्री राज्य शासन तथा केयर इंडिया द्वारा उपलब्ध कराये गये है।  

डॉ. कैलाश नाथ काटजू सिविल अस्पताल में बिस्तर सुसज्जित गहन चिकित्सा इकाई, वेन्टीलेटर, सक्शन, ऑक्सीजन, औषधी, समस्त आवश्यक उपकरण, जाँच की सुविधा तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उपचार की सुविधा 24X7 उपलब्ध रहेगी।शेष बेड पर आक्सीजन की व्यवस्था की गई है। मरीजों की सुविधा की दृष्टि से भवन में 03 लिफ्ट एवं रैम्प इत्यादि की सुविधा उपलब्ध है।

ऑक्सीजन प्लांट्स शासन तथा अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से स्थापित किये जा रहे है। वर्तमान में ऑक्सीजन आपूर्ति हेतु 300 जम्बो सिलेण्डर्स की व्यवस्था की गयी है। एक किलो लीटर की क्षमता का लिक्वीड मेडिकल टैंक भी स्थापित किया गया है। उक्त डी.सी.एच. का संचालन अधीक्षक, डॉ. कैलाश नाथ काटजू सिविल अस्पताल द्वारा किया जायेगा। 

केयर इंडिया द्वारा 05 विशेषज्ञ चिकित्सक, 28 मेडिकल ऑफिसर, 38 स्टॉफ नर्सेस, सफाई सुरक्षा व्यवस्था, लैब सुविधा, सी.टी. स्कैन की व्यवस्था हेतु सहयोग किया जायेगा। उक्त डी.सी.एच. के संचालन से स्थानीय स्तर पर आमजन को कोविड -19 का गुणवत्तापूर्ण व स्तरीय उपचार निःशुल्क उपलब्ध कराया जा सकेगा। साथ ही मेडिकल कॉलेज, अन्य डी.सी.एच, सी. एवं डी.सी.एच. पर आने वाले भार में कमी आयेगी। सम्भावना है कि कोविड -19 के संभावित तृतीय चक्र की चुनौती का सामना करने में इस अस्पताल की महत्वपूर्ण योगदान होगा।

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