बीजेपी दफ्तर के बाहर भारी संख्या में चयनित शिक्षक धरना दे रहे हैं. वहीं कुछ महिला शिक्षकों ने अपने हाथों में मेहंदी लगाकर और राखी लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलने की अपील कर रही हैं. साल 2018 सितंबर महीने में ये भर्तियां निकाली गई थीं.
भोपाल बीजेपी (BJP Bhopal) दफ्तर के बाहर बड़ी संख्या में चयनित शिक्षक धरना (Teacher Protest) दे रहे हैं. सरकारी दफ्तरों के चक्कर (Government Office) काट-काट के परेशान हो चुके ये अभ्यर्थी, अब सडकों पर उतर रहे हैं. वजह एक ही है कि सालों मेहनत करके एक परीक्षा दी, चयनित भी हुए लेकिन नौकरी फिर भी नहीं है. जब परीक्षा पास की थी तो उत्साह था कि सरकारी नौकरी में जाकर समाज औऱ देश के लिए कुछ करेंगे लेकिन सरकार है कि नौकरी देने में आनाकानी कर रही है. अब हालात ये हैं कि या तो ये अभ्यर्थी उम्मीद हार रहे हैं या फिर कहीं औऱ नौकरी करने के लिए मजबूर हैं.
हालांकि सरकार की ओर से इन अभ्यर्थियों को कोविड के नाम कुछ समय रुकने के लिए आग्रह किया गया था, लेकिन अब 3 साल का समय होने के बाद अब पानी सर के ऊपर जाने लगा है. बीजेपी दफतर के बाहर महिला शिक्षक भी हाथ में राखी की थाली लेकर मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग कर रहे हैं.
सितंबर 2018 में निकली दी भर्तियां
2018 में सितंबर महीने में आदिम जाति और शिक्षा विभाग के लिए 30,594 पदों के लिए शिक्षकों की भर्ती का विज्ञापन निकाला गया था, लाखों बच्चे परीक्षा में बैठे और चयनित हुए. लेकिन 2019 में परिणाम आने के बाद 2 साल हो गए इन अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग नहीं मिली है. अभ्यर्थियों का कहना है कि हमारे 2 साल खराब हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सही जानकारी नहीं है कि ज्वाइनिंग कब होगी, हमारा वेरिफिकेशन हो चुका है, बार बार तारीख दे दी जाती है लेकिन ज्वाइनिंग आज तक नहीं मिली.
अवैध गोदाम में छापा मारकर 53 हजार नीला तेल जब्त
मध्य प्रदेश के इंदौर में जिला प्रशासन ने मंगलवार को एक अवैध गोदाम पर छापा मारकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) का 53,185 लीटर नीला केरोसिन तेल जब्त किया और डीलरों की अलग-अलग गड़बड़ियों का खुलासा किया. अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) अभय बेड़ेकर ने बताया कि पीडीएस के तहत गरीबों को खाना पकाने के लिए दिया जाने वाला नीले रंग का मिट्टी का तेल शहर के निरंजनपुर क्षेत्र के एक गोदाम में अवैध तौर पर जमा कर रखा गया था और प्रशासन को इस भंडारण के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई थी.
उन्होंने बताया कि इस मामले में 9 डीलरों की भूमिका सामने आई है जिन्होंने विस्फोटक अधिनियम के तहत प्रशासन से लाइसेंस लिए बगैर 53,185 लीटर मिट्टी का तेल अवैध गोदाम में जमा कर रखा था. बेड़ेकर ने बताया कि मौके पर यह भी पाया गया कि तीन टैंकरों को चलाने के लिए पीडीएस के नीले केरोसिन तेल का गैरकानूनी इस्तेमाल किया जा रहा था.
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