ग्वालियर पुलिस ने जवानों और उनके परिजनों की समस्या सुलझाने के लिए एक सशस्त्र बल हैल्प डेस्क की शुरूआत की है. जिसका प्रभार एडिशनल एसपी हितिका वासल को दिया गया है.
देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर तैनात सेना के जवानों और अर्ध सैनिक बलों के लिए ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने एक अनोखी पहल की है. दरअसल ग्वालियर पुलिस के द्वारा निर्णय लिया गया है कि अब से सीमा पर देश की रक्षा कर रहे जवानों के घरेलू मसले प्राथमिकता के तौर पर हल किए जाएंगे. ग्वालियर पुलिस का यह कदम आर्म्ड फोर्सेज के जवानों के लिए बड़ी राहत देने वाला साबित होगा.
ग्वालियर एसपी अमित सांघी (Gwalior SP Amit Sanghi) के मुताबिक ग्वालियर चम्बल अंचलों सबसे ज्यादा लोग सेना और अर्ध सैनिक बलों में भर्ती हैं. ग्वालियर पुलिस ने जवानों और उनके परिजनों की समस्या सुलझाने के लिए एक सशस्त्र बल हैल्प डेस्क की शुरूआत की है. जिसका प्रभार एडिशनल एसपी हितिका वासल को दिया गया है. यही नहीं ये हैल्प डेस्क सैनिकों और अर्ध सैनिक बलों से जुड़े मामलों का अलग तरीके से रजिस्टर करेगा और हर सप्ताह उनसे जुड़े मामलों की मॉनीटरिंग भी की जाएगी.
सैनिकों के कमांडिंग ऑफिसर तक होते हैं परेशान
उन्होंने कहा की पुलिस से जुड़े कई विषय से होते हैं जिसमें सेना और अर्धसैनिक बल के जवानों के परिजन परेशान होते हैं सैनिकों के कमांडिंग ऑफिसर तक इस मामले में परेशान होते हैं कई बार तो रात को मेरे पास फोन भी आते हैं कि जो जवान कश्मीर में पदस्थ अरुणाचल प्रदेश में पदस्थ है उनके परिजन जमीन प्लॉट के विवाद से जूझ रहे हैं
जवान अब बिना किसी डिस्टरबेंस के कर पाएंगे अपना काम
बता दें कि ग्वालियर अंचल के कई जिलों के लोग सेना और अर्ध सैनिक बलों में शामिल होकर देश की सेवा कर रहे हैं वे बिना डिस्टरबेंस के देश की सेवा कर पाएं इसलिए ग्वालियर पुलिस की ओर से जवानो के लिए यह प्रयास किया गया है. इससे जवानों के परिजनों को भी बड़ी राहत मिलेगी.
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