दरअसल, ग्वालियर जिले के कमलाराज अस्पताल के पीडियाट्रिक वार्ड में 36 पलंगों पर 80 से ज्यादा बच्चे एडमिट हैं. जहां एक बेड पर कहीं तीन तो कहीं चार बच्चे भर्ती हुए हैं. वहीं, बीते सोमवार को जिन दो बच्चों की मौत हुई थी उनकी मौत का कारण दिमागी बुखार बताया गया था. ऐसे में बीते गुरुवार को जिन बच्चों की मौत हुई, वह अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित बताए गए. डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादातर मामले डेंगू और दिमागी बुखार के सामने आ रहे हैं.
इंदौर पर मंडरा रहा डेंगू का खतरा
गौरतलब है कि इंदौर जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक बीते सोमवार को शहर में डेंगू के 16 मरीज मिले, जिनमें से 7 बच्चे हैं. फिलहाल शहर में डेंगू संक्रमितों की कुल संख्या 400 के पार पहुंच चुकी है.
भोपाल में भी डेंगू का डंक
प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी डेंगू का खतरा बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही चिकनगुनिया के मरीज भी राजधानी में मिल रहे हैं. भोपाल में इस महीने डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 234 के पार पहुंच गया है.
मंदसौर में मिले सबसे ज्यादा मरीज
बता दें कि मंदसौर जिले में डेंगू के मामले लगातार तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं. इस सीजन में अब तक डेंगू के 1031 मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें से ज्यादातर मरीज शहर के हैं. डेंगू पर काबू पाने के लिए स्थानीय जिला प्रशासन ने स्पेशल स्क्वाड का गठन किया है. जिसमें तकरीबन डेढ़ सौ लोग शामिल हैं.
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