अमेरिका ने अब देश में विदेशी नागरिकों की एंट्री को लेकर नई नीति की घोषणा की है। यह नीति 8 नवंबर से लागू होगी जिसके तहत देश में सिर्फ उन्हीं लोगों को एंट्री मिलेगी जिनका पूरा टीकाकरण हो चुका है। विदेशी नागरिकों को विमान में सवार होने से पहले पूर्ण टीकाकरण के साथ ही साथ तीन पहले की निगेटिव कोरोना जांच रिपोर्ट दिखानी होगी।
इस नीति के तहत पूरी तरह से टीका लगाए गए विदेशी 8 नवंबर से अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं। अमेरिका के इस कदम से उन लोगों को फायदा मिलेगा जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए हैं और जो अमेरिका जाना चाहते हैं। महामारी के कारण मार्च 2020 से सीमाओं पर गैर-जरूरी यात्रियों पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि यह पिछले साल की शुरुआत में लगाए गए अभूतपूर्व प्रतिबंधों के अंत की शुरुआत होगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस नीति में सार्वजनिक स्वास्थ्य, कड़े और सुसंगत तरीके से ध्यान रखा गया है। बिना टीका लगवाए लौटने वाले अमेरिकी नागरिकों के लिए भी जांच के नियम सख्त किए हैं। ऐसे लोगों को यात्रा शुरू करने से एक दिन पहले और अमेरिकी पहुंचने के एक दिन के भीतर कोरोना जांच करानी होगी। पूर्ण टीकाकरण वाले लोगों को क्वारंटाइन में रहने की जरूरत नहीं होगी।
1. 8 नवंबर से अमेरिका फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, स्विटजरलैंड और ग्रीस के साथ-साथ ब्रिटेन, आयरलैंड, चीन, भारत, दक्षिण अफ्रीका, ईरान और ब्राजील सहित यूरोप के 26 देशों से आने वाले उन विदेशी हवाई यात्रियों को आने की अनुमति देगा जिनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।
2.अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुमोदित किए गए किसी भी कोविड -19 टीके लगवाने वाले व्यक्ति को हवाई मार्ग से प्रवेश के लिए स्वीकार किया जाएगा।
3. बिना टीकाकरण वाले विदेशियों को प्रवेश से रोक दिया जाएगा, जबकि जिन अमेरिकियों ने कोरोना टीका नहीं लगवाया है उन्हें कोरोना निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट की जरूरत होगी।
4. अमेरिका की यात्रा करने वाले भारतीयों को उड़ान भरने से पहले कोविड -19 टीकाकरण का प्रमाण दिखाना होगा और हाल ही में लगी गई कोरोना निगेटिन कोविड -19 परीक्षण का प्रमाण दिखाना होगा।
5. वैक्सीन-आधारित प्रवेश प्रणाली के लिए उठाया गया यह कदम अमेरिका को यूरोपीय संघ के अनुरूप लाता है।
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