कैसी है संपत्ति: ये वो प्रॉपर्टी होती हैं जिसके मालिक बैंक डिफॉल्टर होते हैं। दरअसल, कई ऐसे लोग या कंपनियां होती हैं जो लोन तो ले लेती हैं लेकिन समय पर उसे नहीं चुका पाती हैं। ऐसे लोगों या कंपनियों की संपत्ति या प्रॉपर्टी को बैंक अपने कब्जे में ले लेता है। अब बैंक इस प्रॉपर्टी को बेचकर अपने बकाये की वसूली करता है।
इसके लिए बैंक की ओर से सस्ती कीमत पर प्रॉपर्टी खरीदने का ऑफर दिया जाता है। एसबीआई का कहना है कि इस नीलामी की प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाती है। बोली लगाने से पहले यह भी बताया जाता है कि प्रॉपर्टी फ्री होल्ड है या लीज होल्ड। बैंक की ओर से ई-ऑक्शन से पहले प्रॉपर्टी के एरिया, लोकेशन आदि की जानकारी भी दे दी जाती है।
एसबीआई का ई-ऑक्शन 25 अक्टूबर को होने वाला है। बैंक ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस ई-ऑक्शन में आवेदन के लिए लिंक भी दिया है। आप लिंक पर विजिट कर प्रॉपर्टी की डिटेल देख सकते हैं। इसके अलावा अप्लाई भी कर सकते हैं।
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