सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में तीन शव मस्जिद में खून से लथपथ नजर आ रहे हैं, जिसमें एक नाबालिग भी है। यह विस्फोट ऐसे वक्त हुआ है जब तालिबान और अफगानिस्तान सरकार ने ईद-उल-फितर के मद्देनजर तीन दिन के संघर्षविराम की घोषणा कर रखी है। अफगानिस्तान में रमजान महीने के दौरान ही आतंकी हमलों में करीब 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। तालिबान की ओर से बीते दिनों ईद को देखते हुए तीन दिनों के सीजफायर का ऐलान किया गया था, लेकिन उसके बाद भी हिंसा की घटनाएं जारी हैं।
दरअसल अमेरिका ने इस साल 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों की वापसी का ऐलान किया है। अफगानिस्तान से फिलहाल अमेरिकी सैनिक चरणबद्ध तरीके से बाहर निकल रहे हैं। इस बीच दक्षिणी अफगानिस्तान में स्थित कंधार एयरफील्ड को अमेरिकी सैनिकों ने छोड़ दिया। अफगानिस्तान में अमेरिकी फौजों का यह दूसरा सबसे बड़ा बेस था। अफगानिस्तान की सेना के प्रवक्ता ने कहा, 'अमेरिकी सेना की ओर से हमें आधिकारिक तौर पर बेस नहीं सौंपा गया है, लेकिन मैं यह कन्फर्म कर सकता हूं कि उन्होंने इस बेस को बुधवार को ही छोड़ दिया।'
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