पत्रकारों से बात करते हुए अजीत पवार ने कहा, "हमने आज के लिए एक बड़ी योजना बनाई थी, लेकिन हमें आज के लिए केवल 3 लाख खुराक मिली है। इनमें से 20,000 पुणे जिले को दिए गए हैं। हमारे पास वैक्सीन स्टॉक नहीं है कि हम 18 साल से अधिक लोगों को टीका लगा सकें।"
आपको बता दें कि टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत आज देश में हुई है। इसमें 18-44 आयु वर्ग के लोगों को टीके लगाए जाने हैं। कुछ राज्यों ने टीकों की कमी की बात कही है। इस कारण 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण शुरू करने में असमर्थता व्यक्त की है।
पवार ने आगे कहा, "हमने एक कैबिनेट मीटिंग में फैसला लिया था कि 18 से 44 साल के लोग 1 मई से टीकाकरण शुरू कर देंगे। महाराष्ट्र में इस आयु वर्ग में 5.71 करोड़ लोग हैं और हमें लगभग 12 करोड़ लोगों को टीका लगाना है। 6.5 करोड़ वैक्सीन की खुराक खरीदी जानी थी और हमने उस खरीद को मंजूरी दे दी थी। राज्य का वित्त विभाग एक बार में भुगतान को मंजूरी देने के लिए तैयार है।"
उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से कहा था कि उनके लिए इतनी बड़ी मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराना मुश्किल था। उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीन की प्रयाप्त खुराक की खरीद के लिए राज्य सरकार ने भारत बायोटक को भी ऑर्डर दिए हैं।
उन्होंने कहा, "अदार पूनावाला ने सीएम को बताया कि बड़े स्टॉक में वैक्सीन देना मुश्किल है। हमने भारत बायोटेक के साथ भी बुकिंग की है। हम जल्द से जल्द टीकाकरण कराने की कोशिश कर रहे हैं।'' डिप्टी सीएम ने कहा, "अन्य देशों से टीके आयात करने के लिए हम केंद्र सरकार की अनुमति लेने की भी कोशिश कर रहे हैं। रूस से टीके आज प्राप्त किए जाएंगे, लेकिन इसकी कीमत अभी तक स्पष्ट नहीं है।"
अस्पतालों में आग की घटनाओं पर राज्य सरकार की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, पवार ने कहा, "अस्पतालों का फायर ऑडिट का आदेश दिया गया था। अधिकांश सरकारी अस्पताल का ऑडिट पूरा हो चुका था, कुछ शेष हैं और वे भी जल्द ही कवर किए जाएंगे। निजी अस्पतालों के लिए भी एक निरीक्षण का आदेश दिया गया है जो बहुत जल्द शुरू होगा। "
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