सिसोदिया ने कहा, 'कोवैक्सीन (भारत बायोटेक) ने कल चिट्ठी लिखकर कहा है कि वैक्सीन नहीं दे सकते हैं क्योंकि वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।उन्होंने कहा है कि संबंधित सरकारी अधिकारियों के कहने पर राज्यों को वैक्सीन दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि जितना केंद्र कह रहा है उससे ज्यादा वैक्सनी नहीं दे सकते।'
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कुल 1.34 करोड़ खुराकें मांगी थीं। इसमें से 67 लाख कोवैक्सीन और 67 लाख कोविशील्ड की खुराकें मांगी गई थीं। हालांकि, कोवैक्सीन ने कल चिट्ठी लिखकर कहा है कि वह टीके की आपूर्ति नहीं कर सकते। उन्होंने आगे कहा, 'हमारे पास वैक्सीन का जो भी स्टॉक था खत्म हो गया है। हमारे पास कोविशिल्ड के जो सेंटर थे वे चल रहे हैं। कोवैक्सीन के सेंटर हमें बंद करने पड़े हैं।'
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को भारत बायोटेक ने उन राज्यों औरर केंद्र शासित प्रदेशों की सूची जारी की थी जिन्हें वह केंद्र के दखल के बिना सीधे टीके की आपूर्ति कर रहा है। इस सूची में दिल्ली भी शामिल है।
भारत बायोटेक की को-फाउंडर सुचित्रा एला ने कल ट्वीट कर यह कहा था कि कुछ राज्य उनकी मंशा पर सवाल उठा रहे हैं, जो कि दुखदायी है। उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी के 50 कर्मचारी कोविड संक्रमित हैं और फिर भी 10 मई को कुछ राज्यों को कोवैक्सीन की खेप भेजी गई है।
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