लखनऊ. इस कोरोना माहमारी के बीच दिल दहला देने वाली कई घटनाएं देखने को मिल रही है. इसी तरह लखनऊ में भी ऐसी घटना देखने को मिली. जहां पर होम आइसोलेशन में रह रहे पिता और पुत्र की मौत हो गई. वही इस दौरान उनके साथ रह रही दिव्यांग पत्नी करीब 4 दिनों तक घर में शवों के साथ पड़ी रही. इसका पता तब चला जब लोगों को शवों की बदबू आने लगी. जिसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. वही सूचना पाकर पहुंची और दरवाजा तोड़कर शवों को घर से बाहर निकाला. साथ दिव्यांग पत्नी को बदहवास हालात में अस्पताल में भर्ती करवाया.
लखनऊ का यह मामला कृष्णानगर की एलडीए कॉलोनी सेक्टर सी वन का है. जहां पर 60 वर्षीय अरविंद गोयल अपने 35 वर्षीय बेटे आशीष और दिव्यांग पत्नी के साथ रहते थे. वही पर वह कोरोना संक्रमित होने के बाद आइसोलेशन में थे. साथ ही उनके बेटे को भी कोविड होने के बाद होम आइसोलेशन में रखा गया था. जहां पर दोनों की चार दिन पहले मौत हो गई.
वही इस घटना के बारे में पुलिस ने बताया कि अरविन्द की पत्नी दिव्यांग है. जो चलने फिरने में असमर्थ है. जिन्होंने बताया कि दोनों के मौत के बाद उन्होंने पड़ोसियों को बहुत आवाज दी, लेकिन किसी ने उनकी आवाज नहीं सुनी. वही अरविंद की पत्नी ने बताया कि वही चलने फिरने में असमर्थ होने के कारण वह दरवाजे के पास जाकर किसी से मदद भी नहीं मांग पाई.
पुलिस को पड़ोसियों ने बताया कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण वह घरों से बाहर कम ही निकलते है. साथ ही बताया कि चार दिन पहले ही अरविंद को घर से बाहर खड़े हुए देखा था. वही उसके बाद से कोई भी घर से बाहर नहीं निकला. जब घर से दुर्गंध आई तो इसकी सूचना उन्होंने पोलिसी को दी. वही पुलिस ने बताया कि दिव्यांग पत्नी को अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है. जब उन्होंने पत्नी को घर से निकाला तो उनके मुह से आवाज तक नहीं निकल रही थी.
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