कोरोना संकट के बीच रुकेगा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का काम? दिल्ली हाई कोर्ट सुनवाई को तैयार


दिल्ली हाई कोर्ट कोरोना संकट के बीच चल रहे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के काम को तुरंत बंद करवाने संबंधी याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के बीच प्रोजेक्ट में शामिल मजदूरों और अन्य लोगों की जान बचाने के लिए इसके निर्माण कार्य को रोक दिया जाए।

मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का एक हिस्सा दिसंबर 2022 तक बनकर तैयार होना है। आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में इस परियोजना का निर्माण किया जा रहा है। हालांकि, दिल्ली में लॉकडाउन लगने के बावजूद इसका काम जारी है और इसे आवश्यक सेवाओं के दायरे में रखा गया है। विपक्षी दल भी इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं।


कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी कोरोना संकट के बीच इस प्रोजेक्ट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका ने ट्वीट किया है, 'जब देश के लोग ऑक्सीजन, वैक्सीन, हॉस्पिटल बेड, दवाओं की कमी से जूझ रहे हैं तब सरकार 13000 करोड़ से पीएम का नया घर बनवाने की बजाए सारे संसाधन लोगों की जान बचाने के काम में डाले तो बेहतर होगा। इस तरह के खर्चों से पब्लिक को मैसेज जाता है कि सरकार की प्राथमिकताएं किसी और दिशा में हैं।'


इससे पहले सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी ने भी ट्वीट कर इस प्रोजेक्ट के काम जारी रखे जाने को बेतुका बताया था। उन्होंने कहा था कि हमारे भाई-बहन अस्पताल में बेड के इंतजार में दम तोड़ रहे हैं, ऑक्सीजन और टीकों के लिए पैसे नहीं हैं लेकिन मोदी अपनी महत्वकांक्षा को पूरा करने के लिए जनता के पैसों की बर्बादी करेंगे। 

बता दें कि हिन्दुस्तान टाइम्स के जरिए ही यह खबर सबको पता लगी थी कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के एक हिस्सा का काम दिसंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा। इसके तहत उपराष्ट्रपति भवन और पीएम आवास बनेंगे। 

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