1- उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर से लड़ने के लिए इमरजेंसी हेल्थ सेक्टर को 50 हजार करोड़ के कर्ज देने का ऐलान किया है। यह कर्ज 31 मार्च 2022 तक के लिए उपलब्ध रहेगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंकों को कोविड लोन बुक बनाने का भी निर्देश दिया।
2- केवाईसी को लेकर भी रिजर्व बैंक ने बड़ी छूट देते हुए वीडियो केवाईसी और नाॅन फेस टू फेस डाॅक्यूमेंट वेरिफिकेशन को बढ़ावा देने को कहा। साथ ही समय सीमा भी 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है।
3- आरबीआई ने 25 करोड़ रुपये तक कर्ज लेने वाले व्यक्तिगत, छोटे उधारकर्ताओं को ऋण के पुनर्गठन का दूसरा मौका दिया, यदि उन्हें पहली बार में इस सुविधा का लाभ न लिया हो तो।
4- एसएफबीएस के लिए 1,000 करोड़ का टीएलटीआरओ लाया जाएगा। इनके लिए 10 लाख प्रति ग्राहक की सीमा होगी। इनको 31 मार्च 2022 तक टर्म सुविधा मिलेगी।
5- रिजर्व बैंक ने राज्य सरकारों को ओवरड्राफ्ट सुविधा लेने के लिए ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी को भी 30 सितंबर तक के लिए बढ़ाया है।
6- मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में अभी तक कोई बड़ी बाधा नहीं आई है और उपभोग मांग में भी मजबूती कायम है। अप्रैल की मौद्रिक नीति में मंहगाई के लिए जताए गए अनुमान में कोई बहुत बड़ा उलटफेर की कोई बड़ी संभावना नहीं है।
7- मौसम विभाग ने इस साल अच्छी बारिश की उम्मीद जताई है ऐसे में गावों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।
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