ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट से अगस्त 2020 को चोरों ने 36 किलो सोना और छह करोड़ से ज्यादा रुपये चोरी किए थे। इस चोरी का मास्टर माइंड फ्लैट का केयर टेकर गोपाल को माना जा रहा है। गोपाल ने नोएडा और गाजियाबाद के साथियों की मदद से चोरी की साजिश रची थी। चोरों के बीच धन के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया था। पुलिस ने 11 जून को छह आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 13.9 किलो सोना, एक करोड़ की संपत्ति के कागजात और 57 लाख रुपये बरामद किए थे।
जांच में पता चला था कि चोरों ने सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट नंबर-301 से करोड़ों रुपये का सोना और कैश चोरी किया था। यह फ्लैट सोसाइटी के टावर नंबर-5 में है। यह फ्लैट सुप्रीम कोर्ट के कथित वकील किशलय पांडे के कहने पर उसके योग गुरु ने किराये पर लिया था। पुलिस को आशंका है कि फ्लैट में रखे कालेधन के बारे में कृष्ण मुरारी को जानकारी है। इसी के तहत उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने उससे कई अहम जानकारी भी जुटाई हैं। हालांकि, अभी तक कालेधन के बारे में पुलिस के पास कोई ठोस सबूत नहीं है।
राममणि और गोपाल की तलाश जारी
पुलिस अभी तक कालाधन रखने के संदिग्ध किशलय पांडे के पिता राममणि का सुराग नहीं लगा सकी है। पुलिस दावा कर रही है कि उसका मोबाइल नंबर बंद है। इसके अलावा राममणि के बारे में पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है। साथ ही, चोरी का मास्टरमाइंड गोपाल भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। उसकी तलाश में भी छापेमारी की जा रही है। दोनों की गिरफ्तारी न होने से पुलिस यह पता नहीं लगा पा रही है कि कालाधन किसने फ्लैट में रखा था। अब पुलिस की आस किशलय के योग गुरु पर ही टिकी है। पुलिस का मानना है कि उसे कालेधन के बारे में कुछ जानकारी है। वह काफी समय से किशलय के परिवार से जुड़ा है।
चालक को नहीं मिला हिस्सा
करोड़ों रुपये की चोरी के मामले में किशलय पांडे का एक चालक भी संदिग्ध भूमिका में है। उसने ही गोपाल को फ्लैट में सोने और नकदी के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई थी। मगर करोड़ों की चोरी होने के बाद चालक खाली हाथ रह गया। उसे गोपाल व उसके साथियों ने कोई हिस्सा नहीं दिया। यह खुलासा उसने पूछताछ के दौरान किया है। मामले का खुलासा होने के डर से उसने किशलय के घर से नौकरी छोड़ दी थी।
संदिग्धों की पूछताछ के आधार पर छापेमारी
पुलिस मामले में हिरासत में लिए गए संदिग्धों से मिल रही सूचनाओं के आधार पर छापेमारी कर रही है। संदिग्धों में गोपाल के करीबी, किशलय के नौकर व चालक हैं। हालांकि, पुलिस को इनसे कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है, लेकिन फरार आरोपियों के ठिकानों के बारे में पता चला है। इसी के आधार पर पुलिस दिल्ली, गाजियाबाद और गुरुग्राम में छापेमारी कर रही है।
आरोपी के मामा के फ्लैट पर भी लगा ताला
पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि ग्रेनो की सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी में किशलय के मामा का भी एक फ्लैट है। जब उनसे पूछताछ के लिए पुलिस पहुंची तो फ्लैट का ताला लगा मिला। मामले का खुलासा होने के बाद से किशलय के रिश्तेदार भी इधर-उधर हो गए हैं। किशलय ने सोसाइटी में दो फ्लैट किराये पर लिए थे। इनमें से फ्लैट नंबर-301 से करोड़ों की चोरी हुई थी। इसके अलावा पुलिस जांच में पता चला है कि कृष्ण मुरारी का सेक्टर-12 में एक फ्लैट है। उसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
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