सीबीएसई ने गुरुवार को शीर्ष अदालत में दाखिल की गई अपनी रिपोर्ट में कहा कि कक्षा 10वीं और 11वीं के दौरान स्टूडेंट्स के बेस्ट 5 में से 3 पेपर के मार्क्स लिए जाएंगे। वहीं कक्षा 12वीं में स्टूडेंट्स के यूनिट, टर्म व प्रैक्टिकल के मार्क्स लिए जाएंगे।
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। रिजल्ट की प्रक्रिया को लेकर 13 सदस्यीय समिति बनाई गई थी जिसे गुरुवार को अपनी रिपोर्ट कोर्ट को सौंपनी थी।
उच्चतम न्यायालय ने इससे पहले केंद्र, सीबीएसई और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) को 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए परिणाम घोषित करने के मानदंड के बारे में सूचित करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था। सीबीएसई ने अब स्कूल बेस्ड असेसमेंट और प्रैक्टिकल टेस्ट के मोड में बदलाव को लेकर नया सर्कुलर जारी किया है। बोर्ड ने अपने संबद्ध स्कूलों को लंबित आंतरिक या व्यवहारिक परीक्षाओं को ऑनलाइन पूरा करने के लिए कहा है।
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