9 दिन तक बंधक बनाकर दलित महिला से गैंगरेप, दरिंदगी में पुलिसवाला भी शामिल


हरियाणा के गुरुग्राम में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पुलिस ने एक दलित महिला को बंदी बनाकर नौ दिनों तक कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हैरानी का बात तो यह है कि आरोपियों में एक पुलिसवाला भी शामिल हैं। वहीं, एक दूसरे व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि पीड़िता की शिकायत दर्ज कराने में उसकी मदद करने को लेकर कुछ लोगों ने उसकी पिटाई की है।

पीड़ित महिला ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि वह ज्यादातर समय बेहोस रही क्योंकि एक पुलिस कांस्टेबल सहित आरोपियों ने उसे नशीला इंजेक्सन दे दिया था। पुलिस ने कहा कि विवाहित महिला उन संदिग्धों को जानती थी जो कि सोहना के पास एक गांव के रहने वाले थे।

कार में बैठाकर ले गए

पुलिस ने कहा कि महिला एक परिचित से बात कर रही थी, जब उसके दो दोस्त 30 जून को एक कार से पहुंचे और उसको लेकर फरीदाबाद के बल्लभगढ़ की ओर बढ़े, जहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और बार-बार बलात्कार किया गया। महिला की उम्र 20 वर्ष बताई जा रही है और उसे 8 जुलाई को बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर छोड़ दिया गया था, जिसके बाद उसने अपने परिवार से संपर्क किया और घर पहुंच गई।

अभी तक नहीं हुई आरोपियों की गिरफ्तारी

इसके बाद उसने 10 जुलाई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कहा कि बलात्कार, अपहरण और एससी-एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं सहित आईपीसी के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया। हालांकि, पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। सदर थाना सोहना के निरीक्षक उमेश कुमार ने बुधवार को कहा कि मामले की जांच जारी है। शिकायतकर्ता ने जिस कांस्टेबल का नाम लिया है उसकी फरीदाबाद में तैनाती है।

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