MP: विदिशा के लोगों को अच्छी बारिश का इंताजर, मेंढक-मेंढकी की कराई शादी, जानें रस्म


मध्य प्रदेश के विदिशा और रायसेन जिले में अच्छी बारिश के लिए टोने टोटके शुरू हो गए हैं। रायसेन के आदिवासी समाज के लल्लू सिंह पंवार ने बताया कि बारिश कराने के लिए पचमढ़ी से मेंढक और मेंढकी को लाया गया और उनका बकायदा रस्म के साथ शादी विवाह संपन्न कराया गया। नीम की पत्तियों के छोरे को मुंह सर पर बांध कर उसमें मेंढक और मेंढकी को बैठाया जाता है।

यह मेंढक और मेंढकी होशंगाबाद जिले के पचमढ़ी से बुलाई जाती है। घर-घर जाकर आटा दाल नमक मिर्ची हल्दी धनिया सीधे का पूरा सामान उठाया जाता है और इनकी देवी मंदिर पर जाकर दाल बाटी बनाकर भंडारा किया जाता है। मेंढक और मेंढकी को बंछोड़ के तालाब में विश्राम के लिए छोड़ दिया जाता है।

उधर, विदिशा में ऐसा ही एक टोटका आज शहर के पास एक गांव गुरारिया हवेली में ग्रामीणो ने किया, जहा पूरे रीति-रिवाज और धूमधाम से मेढ़क और मेढ़की का विवाह रचाया। ग्रामीणों के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि इस टोटके से बारिश होने लगती है।

एक सप्ताह बाद सावन का महीना शुरू हो जायेगा। आषाढ माह समाप्त होने वाला है, लेकिन बारिश का दूर तक पता नही है, ऐसे में अब टोटको के सहारे इन्द्रदेव को मनाने की कोशिश की जा रही है।

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