व्यापमं के तहत ली गई इन परीक्षाओं में कुछ बच्चों ने फर्जीवाड़े की शिकायत की थी, जिसके बाद एसईडीसी (टेक्निकल कमेटी) द्वारा जांच की गई. जांच में पाया गया कि 10 फरवरी को एक लॉग में प्रश्नपत्र लीक हुआ था, जिसकी परीक्षा व्यापम ने 11 फरवरी को कराई थी. धांधली की खबर सामने आने के बाद 2020-21 की परीक्षाओं की जांच हुई थी. ये पेपर सिस्टम हैक करके लीक किया गया था.
नहीं पाई गई पीईबी के किसी कर्मचारी की संलिप्तता
जांच में पाया गया कि कुल 10 में 3 परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हुए थे. यह एग्जाम एनसईआईटी (NCEIT) संस्था द्वारा कराया गया था. एनसईआईटी एक बड़ी और नामी कंपनी है. यहां तक की रेलवे भर्ती परीक्षा भी यही एजेंसी कराती है. हालांकि इस पेपर लीक मामले में अबतक पीईबी के किसी कर्मचारी की संलिप्तता नहीं पाई गई है लेकिन साइबर सेल इसकी जांच करेगी.
कांग्रेस ने भी उठाए थे परीक्षा को लेकर सवाल
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अब से हर परिणाम की स्क्रूटनी होगी. दरअसल इस मामले में एक शिकायत की गई थी कि कृषि विस्तार अधिकारी परीक्षा में कई लोगों का एक जैसे नंबर आए थे. मामले में कांग्रेस और दिग्विजय सिंह ने भी परीक्षा को लेकर सवाल खड़े किए थे
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