अभी तक इंसानों के बच्चों का नामकरण होने पर दावत होती देखी होगी। दुधवा नेशनल पार्क में पहली बार सबसे छोटे हाथी के नामकरण पर हाथियों की दावत देने की तैयारी है। पालतू हाथिनी टेरेसा के बच्चे का नामकरण लखनऊ मे मुख्य वन संरक्षक रखेंगे। इसके नाम को लेकर देश-विदेश से करीब 400 नाम लोगों ने सुझाए है। इनमें से ही एक नाम का चयन किया जाना है।
दुधवा नेशनल पार्क में मौजूदा समय में छोटे बड़े मिलाकर 26 हाथी पालतू है। इसी में शामिल कर्नाटक से 2018 में आई हथिनी टेरेसा को इसी साल फरवरी माह में एक बच्चा हुआ है। इस बच्चे के नामकरण को लेकर वन विभाग ने मेल और व्हाट्सएप पर लोगों से नाम मांगे थे। इसमें करीब 400 नाम वन विभाग को लोगों ने भेजे है। इन सभी नामों को वन विभाग के मुख्यालय को भेजा गया है। वहीं पर इनमें से ही एक नाम का चयन कर मुख्य वन संरक्षक इसकी घोषणा करेंगे।
नामकरण पर दुधवा में हाथियों की होगी दावत
दुधवा के मौजूदा समय में सबसे छोटे हाथी सदस्य का नामकरण लखनऊ में किया जाएगा। वहीं इसके बाद दुधवा में हाथियों को दावत दी जाएगी। फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया कि हर साल मानसून सीजन में हाथियों को उनकी मनपसंद खाने की चीजे देकर दावत दी जाती है। इस बार कोरोना काल के चलते यह अभी तक नही हो पाया है। इसके चलते टेरेसा के बच्चे का नामकरण के बाद इसका आयोजन किया जाएगा।
दुधवा के सभी पालतू हाथियों के है नाम
दुधवा में मौजूद 26 पालतू हाथियों के अपने नाम है। इसमे गंगाकली, रूपकली, पवनकली, डायना, पाखरी, चमेली ,सुलोचना, सुंदर, गजराज, विनायक ,मोहन टेरेसा ,अमृता, दुर्गा, चंपाकली, जयमाला, भास्कर शामिल है।
50 प्रतिशत हाथियों से हो रही गश्त
दुधवा टाइगर रिजर्व में मौजूदा समय में 26 हाथी मौजूद हैं। इनमें से महज 13 हाथियों से ही गस्त का काम लिया जा रहा है। कई हाथी अभी 9 साल की उम्र के है। वहीं कुछ 6 साल की उम्र के हैं दुर्गा की उम्र 3 साल की ही है।
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