अफगानिस्तान में भारत के राजदूत रुद्रेन्द्र टंडन भारत लौट आए हैं। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 17 जुलाई को वह गुजरात के जामनगर पहुंचे। यहां उन्होंने अफगानिस्तान के हालात और भारत के रोल को लेकर मीडिया से बात की। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमने अफगानिस्तान के लोगों को छोड़ दिया है। उनके विकास और हमारे रिश्ते हमें खूब ध्यान है। हम कोशिश करेंगे कि हम उनके साथ बातचीत और कामकाज जारी रखेंगे। लेकिन यह किस रूप में जारी रहेगा, यह अभी मुझे नहीं पता है।
उन्होंने आगे बताया कि हम अफगानिस्तान की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं क्योंकि वहां अभी भी भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। जब तक काबुल हवाई अड्डा काम कर रहा है तब तक एयर इंडिया अपनी कमर्शियल सर्विस जारी रखेगी। हालांकि अस्थायी रूप से एयर इंडिया को हवाई अड्डे की स्थितियों के कारण अपनी कमर्शियल सर्विस को निलंबित करना पड़ा है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जो कोई भी वहां फंसा हुआ है, उसे किसी तरह से भारत लाया जाए। इसको लेकर हमने विदेश मंत्रालय में एक हेल्प डेस्क खोली है जो पहले से ही ऑपरेट कर रही है।
कौन हैं रुद्रेन्द्र टंडन?
रुद्रेन्द्र टंडन अगस्त 2020 में काबुल में भारतीय राजदूत के तौर पर अपना कार्यभार संभाला था। रुद्रेन्द्र 1994 बीच के आईएफएस अधिकारी हैं। इससे पहले रुद्रेन्द्र आसियान सचिवालय में भारत के राजदूत थे। वह फ्रांस, अल्जीरिया, रूस आदि में काम कर चुके हैं।
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