बड़े मंत्रियों के घर काम करने वाले दोनों चपरासी और कुक कर्मचारियों से ट्रांसफर (Transfer) के नाम पर ठगी कर रहे थे. कंप्यूटर ऑपरेशन की मदद से ये लोग ट्रांसफर लेटर टाइप करवाते थे. इसके बाद दूसरे आरोपियों की मदद से फर्जी डिस्पैच नंबर डालकर कर्मचारी से मोटी रकम ऐंठते थे. चिट्ठी और नोटशीट (Fake Note Sheet) तैयार होने के बाद इसे वल्लभ भवन की इनवॉर्ड ब्रांच के बॉक्स में डालकर उसकी रसीद ले लेते थे. चालाक ठग कर्मचारियों को विश्वास दिलाने के लिए मंत्रियों और विधायकों के आवास के बाहर डील करते थे.
मंत्रियों और विधायकों के खाली लेटर हेड किए चोरी
क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के पास से विधायकों के साथ ही दूसरे जनप्रतिनिधियों के खाली नोटशीट, लेटर हेड बरामद किए हैं. बताया जा रहा है कि इन नोटशीट के जरिए अब तक 30 कर्मचारियों के ट्रांसफर के लिए फर्जी प्रपोजल भेजे जा चुके हैं. पुलिस ने सभी आरोपियों को रिमांड पर ले लिया है. सभी से सख्ती से पूछताछ की जा रही है.
रायसेन के विधायक का कुक गिरफ्तार
क्राइम ब्रांच के एसपी गोपाल धाकड़ के मुताबिक हाल ही में उन्हें शिकायत मिली थी कि विधायकों और सांसदों के लेटरहेड पर ट्रांसफर प्रस्ताव वल्लभ भवन में मिल रहे हैं. शिकायत में ये भी कहा गया कि ये लेटरड हेड फर्जी हैं. इस मामले में राम प्रसाद साही, लखनलाल,रामकृष्ण राजपूत, दशरथ राजपूत, रामगोपाल पाराशर को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में पता चला है कि इस गिरोह का सरगना राम गोपाल पाराशर है. वह विधायक के बंगले में कुक का काम कर चुका है. उसने ही विधायक का खाली लेटर हेड चोरी किया था.
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