डॉक्टर्स की हड़ताल की वजह से अस्पताल में हर दिन होने वाले ऑपरेशन, ओपीडी और सर्जरी समेत दूसरे कामकाज प्रभावित हो रहे हैं. दोबारा हड़ताल पर गए जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार (Shivraj Government) ने 2 महीने पहले उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था. हाई कोर्ट (HC) के कहने पर उन्होंने अपनी हड़ताल खत्म की थी. डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया है.
‘फिर से बहाल हो 3 डॉक्टर्स का रजिस्ट्रेशन’
आरोप है कि हाई कोर्ट के निर्देश के बाद भी कुछ जूनियर डॉक्टर्स का रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया गया. गुस्साए डॉक्टर्स का कहना है कि एक महीने की लड़ाई के बाद उन्होंने दोबारा हड़ताल करने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि जब तक 3 डॉक्टर्स का रजिस्ट्रेशन फिर से बहाल नहीं किया जाता तब तक वह अपनी हड़ताल जारी रखेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी मांगें भी अलग हैं.
‘सरकार नहीं कर रही कोई बातचीत’
उन्होंने आरोप लगाया कि बातचीत के सभी रास्ते खुले होने के बाद भी अब तक सरकार की तरफ से उनसे कोई बातचीत नहीं की गई है. जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि वह हड़ताल नहीं करना चाहते थे लेकिन जब सरकार ने दमन की नीति शुरू कर दी तब जाकर उन्हें मजबूरन ये फैसला लेना पड़ा. वहीं जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल पर स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि यह मामला बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टर्स के साथ उनकी बातचीत चल रही है. जल्द ही इसका कोई समाधान जरूर निकलेगा.
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