सेंसर बेरिकेड की व्यवस्था पहले वीआईपी और प्रोटोकॉल (VIP and Protocol) के श्रद्धालुओं के लिए शुरु की जाएगी. बताया गया कि बाद में बाकी गेट्स पर भी सेंसर बेरिकेडिंग होगी. इसके लिए महाकाल मंदिर में प्रशासक गणेश धाकड़, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, एडीएम जितेंद्र सिंह, एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने गुरुवार को महाकाल मंदिर का दौरा किया. इस दौरान मशीन लगने वाले स्थान को देखकर जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए.
वीआईपी श्रद्धालुओं को पहले दिए जाएंगे टोकन
महाकाल मंदिर में देशभर से आने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं को पहले टोकन दिए जाएंगे. इसके बाद श्रद्धालु जैसे ही यह टोकन गेट पर लगी मशीन में डालेंगे तो ऑटोमेटिक बेरिकेडिंग खुल जाएगी. बताया गया कि पहले यह व्यवस्था महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार और पांच से वीआईपी श्रद्धालु के लिए होगी शुरू. महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने कहा कि नई व्यवस्था से महाकाल मंदिर की सुरक्षा भी और मजबूत हो जाएगी. कोई भी संदिग्ध मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा.
ऑटोमेटिक होगी श्रद्धालुओं की गिनती
महाकाल मंदिर में हाईटैक मशीन के साथ-साथ अब आम श्रद्धालुओं के गेट पर हेड सेंसर मशीन भी लगेगी. जिससे रोजाना आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती हेड सेंसर के माध्यम से ऑटोमेटिक ही दर्ज हो जाएगी. मेट्रो स्टेशन की तर्ज पर सेंसर बेरिकेड और टोकन सिस्टम के साथ हेड सेंसर मशीनें लगने के बाद बाबा महाकाल की दर्शन व्यवस्था और बेहतर होने की उम्मीद है. वहीं हाल ही में वीवीआईपी श्रद्धालु और प्रोटोकॉल के पात्रों के लिए 100 रुपए जमा करके पास के माध्यम से मंदिर में प्रवेश करने की व्यवस्था की गई है.
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