इस मामले के सामने आने के बाद जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया है. हालांकि अब अस्पताल प्रबंधन बच्चे के परिवार से संपर्क करने का प्रयास कर रहा है, लेकिन कहीं ना कहीं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है. कोविड वार्ड में भर्ती बच्चा अस्पताल से गायब हो जाता है और वहां तैनात स्वास्थ्य कर्मियों, गार्डों को इस बात की भनक तक नहीं लगी.
56 दिन बाद मिला पहला पॉजिटिव मरीज
56 दिन गुजरने के बाद एक बार फिर कोरोना वायरस की वापसी छतरपुर में हुई है. तीसरी के एक छात्र में कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घुवारा के वार्ड नंबर 9 में रहने वाले एक अनुरागी परिवार का यह बच्चा यहां के प्राथमिक स्कूल में पढ़ता था. जिसे सामान्य सर्दी के बाद 27 सितंबर के दिन सैंपल लिया गया था. 29 सितंबर को इस बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से वो लापता हो गया है.
सभी बच्चों का किया गया कोविड टेस्ट
बच्चे की पॉजिटिव रिपोर्ट को देखते हुए एहतियात के तौर पर प्रशासन ने पूरी क्लास के 30 बच्चों के भी सैंपल कराए हैं. वहीं बड़ामलहरा बीएमओ के अनुसार बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है उसे किसी भी तरह के गंभीर लक्षण नहीं हैं. कोरोना कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक, अब छतरपुर में कोरोना का एक पॉजिटिव केस मौजूद है.
इस मामले में बड़ामलहरा बीएमओ डॉ. हेमंत मरैया ने बताया कि सामान्य सर्दी के कारण बच्चे को 27 सितंबर के दिन सैंपल के लिए लाया गया था. 29 को इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. फिलहाल बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है उसे किसी भी तरह के गंभीर लक्षण नहीं हैं.
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