आज से भोपाल के ग्रामीण क्षेत्र में व्यापक स्वच्छता अभियान


भोपाल जिला ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के लिये जन-जागरूकता बढ़ाने के लिये महिलाओं के स्व-सहायता समूह आगे आ रहे है। स्व-सहायता समूहों द्वारा स्वच्छता के साथ स्वस्थ जीवन की बात नागरिकों को घर-घर जाकर बताई जा रही है। यह अभियान "स्वच्छ ग्राम" थीम पर शुक्रवार 17 सितम्बर से प्रारंभ होगा। 

 जिला पंचायत सीईओ श्री विकास मिश्रा ने बताया कि निपानिया सूखी में विशेष स्वच्छता अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन होगा। जिसमें घर-घर जाकर साफ-सफाई के बारे में बताया जाएगा। सार्वजनिक जगहों पर साफ-सफाई के लिये क्या- क्या करें और नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार-प्रसार के माध्यम से इसके लाभ भी आम ग्रामीणें को बताएं जाएंगे। इसके साथ ही 17 सितम्बर से नागरिकों की सहभागिता से स्वच्छता ग्राम स्वच्छ घर की अवधारणा लेकर काम शुरू होगा। 

भोपाल जिले में स्व-सहायता समूहों की महिलाएं अब पंचायतों को कूड़ा मुक्त बनाने के अभियान में जुट गई है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत भोपाल जिले के 66 ग्रामों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन एवं अवशिष्ट प्रबंधन का कार्य प्रगतिरत है। जिसमें भोपाल के मेंडोरी, पृथ्वीपुरा और तारा सेवानिया में स्व-सहायता समूहों की महिलाएं डोर टू डोर कचरा कलेक्शन एवं अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों को अंजाम दे रही हैं। महिलाएं सूखे एवं गीले कचरे को अलग-अलग करने वर्मी कम्पोस्ट के माध्यम से खाद बनाने का प्रचार-प्रसार भी कर रही हैं। 


भोपाल जिले के 202 ग्रामों में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, वर्मी कम्पोस्ट एवं अपशिष्ट प्रबंधन के लिए चयनित किया गया है। जिसमें से 66 ग्राम पंचायतों में कार्य प्रगतिरत है।   

 स्वच्छ भारत मिशन फेस-2 में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत ग्राम पंचायत मुगालिया छाप, जनपद पंचायत फंदा जिला पंचायत में जन जागरूकता रैली निकाली गई। जिसमें गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग करने के लिए माईकिंग के माध्यम से नागरिकों को जागरूक किया गया। अभियान में ग्रामीणजन, सरपंच सचिव, रोजगार सहायक, आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह की दीदियों, जिला समन्वयक श्री संतोष झारिया, एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे। स्वच्छता रथ निकालकर ग्रामीण को समझाईश दी गई कि गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग कर स्वच्छ रथ में डाले। कचरा वाहन को नाम कचरा रथ से संबोधित किया गया।

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