मध्यप्रदेश में खाद का संकट गहरता जा रहा है. अशोकनगर जिले में बीते एक सप्ताह से किसान खाद ना मिलने से परेशान चल रहे है. इसी बीच एक किसान की आत्महत्या ने मुद्दे को और भी गरमा दिया है. किसान के परिजनों का आरोप है कि वो लगातार खाद के लिये चक्कर लगा लगा कर थक चुके थे और इसीलिए उन्होंने जहर खा कर आत्महत्या कर ली. मामला ईसागढ़ थाने के बड़ी पिररोल गांव का है. यहां के एक किसान धनपाल यादव ने काफी समय से परेशान चल रहे थे.
धनपाल बारिश की वजह से फसल बर्बाद होने और अब खाद न मिलने से लंबे सम से परेशान चल रहे थे. जानकारी के अनुसार धनपाल यादव की उम्र 40 साल थी. वो बुधवार की रात करीब 8.30 बजे अपने घर पहुंचे थे और थोड़ी देर बाद रात को उसने कीटनाशक खा लिया. जिसके बाद धनपाल को अशोकनगर जिला अस्पताल ले जाया गया. जहां पर डॉक्टरों ने उसे चेक करने के बाद मृत घोषित कर दिया.
खाद ना मिलने से परेशान थे धनपाल
परिजनों का आरोप है कि खाद न मिलने पर उसने सल्फास खाकर अपनी जान दे दी. धनपाल के भतीजे विवेक ने बताया कि वो 10-15 दिन से खाद के लिये परेशान था. पुलिस के मुताबिक ईसागढ़ स्वास्थ्य केंद्र से जिला चिकित्सालय भेजे जाने से पहले ही धनपाल की मौत हो गई थी. हालांकि मौत का कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा.
विवेक यादव ने बताया कि उसके चाचा ने सल्फास खा कर जान दी है. दरअसल एक और वजह सामने आ रही है कि धनपाल की 12 बीघा सोयाबीन की फसल पूरी तरह से खराब हो चुकी थी. जिसकी वजह से वो पहले से परेशान चल रहा था. आगामी फसल बोने के लिये तैयार है, लेकिन खाद ना मिल पाने से बुआई नहीं हो पा रही थी.
कांग्रेस ने लगाए सरकार पर आरोप
किसान की आत्महत्या के मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि ईसागढ़ जिला अशोकनगर में खाद नहीं मिलने पर किसान ने जहरा खाकर आत्म हत्या की है, मामू (शिवराज सिंह चौहान) ने सारा खाद उन क्षेत्रों में भेज दिया जहां उपचुनाव हो रहे हैं. 30 को उपचुनाव में वोट डाले जाएंगे और उसके बाद उन क्षेत्रों में भी खाद मिलना बंद हो जाएगी. जिन्होंने अपने गोदामों में खाद जमा कर लिया है, वे जमकर कालाबाजारी करेंगे. इससे पहले उनके बेटे और राघौगढ़ विधायक जयवर्द्धन सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अशोकनगर और गुना में खाद की कमी दूर करने की अपील की थी.
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