अजमेर में होटलों की बुकिंग हो रही रद्द, 90% घटी दुकानदारों की कमाई: भड़काऊ बयानबाजी से पड़ा बुरा असर

अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के खादिमों के विवादित वीडियो और बयान वायरल होने के बाद व्यापार पर बुरा असर पड़ा है. माना जा रहा है कि भड़काऊ भाषण अर्थव्यवस्था के दुश्मन बन गए हैं. दरगाह क्षेत्र में व्यापारियों को कुछ ही दिन के भीतर तकरीबन 50 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है.


अजमेर में ईद पर भी 90% नुकसान

होटल और फूल कारोबार पर असर

खादिमों के बयान बने अर्थव्यवस्था के दुश्मन

अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह (अजमेर दरगाह ) पर आने वाले लोगों की संख्या में अचानक से बड़ी गिरावट आ गई है. यहां तक कि बकरीद पर भी दरगाह के आसपास का इलाका सुनसान नजर आया. इसके चलते होटल और फूल कारोबार पर बुरा असर पड़ रहा है. दरगाह बाजार क्षेत्र में करीब 90 फीसदी व्यापार ठप हो चुका है. व्यापारियों ने कम से कम 50 करोड़ रुपए के नुकसान का अंदेशा जताया जा रहा है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह खादिमों के विवादास्पद बयानों को माना जा रहा है.  

दरअसल, कोरोना काल को छोड़ दिया जाए तो ईद-उल-अजहा के मौके पर हर दफा अजमेर के दरगाह बाजार में इस कदर भीड़ उमड़ती थी कि पैदल आने-जाने तक में परेशानी होने लगती थी. लेकिन इस बार दरगाह के खादिमों के विवादित बयानों के वीडियो वायरल होने के बाद हालात बदलते जा रहे हैं. यहां आने वाले जायरीनों (तीर्थयात्रियों) की संख्या पिछले कुछ दिनों से घटकर बहुत ही कम रह गई है. 

अब इस वजह से डिग्गी बाजार, खादिम मोहल्ला, कमानी गेट सहित लाखन कोटड़ी के कई होटल और गेस्ट हाउस रोजाना बड़ा नुकसान उठा रहे हैं, क्योंकि इन होटल और गेस्ट हाउस में ठहरने के लिए लोग भी अजमेर आ ही नहीं रहे हैं. अजमेर का होटल व्यवसाय भी इसी के चलते लगभग ठप-सा हो गया है

शहर के होटलों में इक्का-दुक्का कमरे ही भरे हैं. जिससे होटल मालिक रोजमर्रा का खर्चा भी नहीं निकाल पा रहे हैं. पहले की तुलना में अजमेर के होटलों में अब महज 10% कमरे ही बुक हैं. यही नहीं, होटलों के लिए की गई एडवांस बुकिंग भी लगातार कैंसिल कराई जा रही हैं.  

इतना ही नहीं, दरगाह बाजार में गुलाब के फूलों की दुकानें भी वीरान हो चली हैं. अचानक हुई जायरीनों की कमी से व्यापारी परेशान हो उठे हैं. जानकारी के अनुसार, दरगाह बाजार क्षेत्र में व्यापार करीब 90 प्रतिशत तक कम हुआ है. इससे पहले सिर्फ कोरोना काल में ही व्यापारी लॉक डाउन के चलते परेशान थे. 

मिठाइयों तक का धंधा पड़ा मंदा

एक न्यूज एजेंसी को जन्नत ग्रुप ऑफ़ होटल्स के मालिक रियाज खान बताते हैं कि अजमेर आने वाले लोगों पर नफरत भरे बयानों का नकारात्मक असर पड़ने लगा है. देश में जो भी कुछ होता है, उसका असर अजमेर के बाजार पर जरूर पड़ता है. उदयपुर में हुए टेलर कन्हैयालाल के बर्बर हत्याकांड के बाद से इस तरह की परिस्थितियां निर्मित हो गई हैं. वहीं, सोहन हलवे की प्रसिद्ध मिठाई की दुकान ख्वाजा गरीब नवाज स्वीट्स के मालिक शदब सिद्दीकी का कहना है कि अजमेर के व्यापारियों की कमाई 90 परसेंट तक घट गई है.

व्यापारिक एसोसिएशन की अध्यक्ष का बयान 

दरगाह बाजार व्यापारिक एसोसिएशन के अध्यक्ष होतचंद श्रीनानी ने कहा कि नफरत भरे बयानों के बाद से लोग दरगाह आने से डरने लगे हैं. जिसकी वजह से यहां आने वाली बसों समेत दूसरे वाहन खाली आ रहे हैं. दुकानदार ग्राहकों के इंतजार में खाली बैठे हुए हैं. एसोसिएशन ने इस बार बकरीद पर व्यापारियों को कम से कम 50 करोड़ रुपए का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है. 

गौरतलब है कि अब तक नूपुर शर्मा मामले को लेकर दरगाह के तीन खादिम भड़काऊ बयान दे चुके हैं, जिसमें गौहर चिश्ती, सलमान चिश्ती और अंजुमन सरवर चिश्ती शामिल हैं. खादिम गौहर चिश्ती के उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों मोहम्मद रियाज और मोहम्मद गौस के साथ संबंध सामने आए हैं.

बता दें कि नूपुर शर्मा का सिर कलम करने वाले को इनाम के तौर पर अपना मकान देने का ऐलान करने वाले सलमान चिश्ती को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इधर, दरगाह कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती का हाल ही में एक पुराना वीडियो वायरल हुआ है जिसमें उन्होंने हिंदुओं की कमाई खत्म करने और भारत को हिला देने की धमकी दी थी. 

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